Saturday, July 12, 2008

चलिए इन कार्टूनों के बहाने फ्लेशबेक में चलें

पिछले लगभग १ महीने से ब्लोगिंग से दूर रहा। इस दौरान प्रकाशित कुछ कार्टून्स।




cartoons by Kirtish Bhatt
www.bamulahija.com

8 comments:

Gyan Dutt Pandey said...

वाह, एक से एक नायाब कार्टून।
इन कार्टूनों से आत्मीयता हो गयी है।

राजीव रंजन प्रसाद said...

कीर्तिश जी,


मैं आपका पंखा ए.सी तो हूँ ही, आपके कर्टूनों की प्रतीक्षा ब्लोग पर भी रोज करता हूँ। आपकी अनुपस्थिति खलती है..



हर कार्टून पैने हैं। मँहगाई पर गहरे गहरे व्यंग्य..


***राजीव रंजन प्रसाद

Batangad said...

जानदार

अविनाश वाचस्पति said...

भाया सन दो हजार आठ
महंगाई कर रही ठाठमठाठ
शेयर बाजार की खुल गई गांठ
पढ़ रही पहाड़ा तीन दूनी आठ

अविनाश वाचस्पति said...

महंगाई को कब दिखेगी ऐसी खाई
जब नीचे आने को बेताब होगी भाई

lokendra singh chaudhry said...

bahut khoob kritish bandhu

Udan Tashtari said...

सभी बेहतरीन, वाह!!

PD said...

bahut dino baad aaye hain magar achchhi aur dher sari chijon ke saath aaye hain..
thanx.. :)