हमेशा की तरह मज़ेदार। तीखे चटपटे व्यंग्य के आप सशक्त हस्ताक्षर हैं। अब तो मुझे आपके व्यंग्य चित्रों की ऎसी लत हो गयी है कि जैसे कोई नशा। बौद्धिक चर्चा के बीच आपके व्यंग्य चित्रों का उल्लेख चर्चा को जायकेदार बना देता है। पूरे साल आपने अपने व्यंग्य चित्रों से मुझे ही नहीं मेरे साथियों को काफी गुदगुदाया। आने वाले वर्ष में भी यही कामना है कि आपकी कलम का पैनापन यूँ ही बना रहे। आभारी हूँ।
3 comments:
हमेशा की तरह मज़ेदार।
तीखे चटपटे व्यंग्य के आप सशक्त हस्ताक्षर हैं।
अब तो मुझे आपके व्यंग्य चित्रों की ऎसी लत हो गयी है कि जैसे कोई नशा।
बौद्धिक चर्चा के बीच आपके व्यंग्य चित्रों का उल्लेख चर्चा को जायकेदार बना देता है।
पूरे साल आपने अपने व्यंग्य चित्रों से मुझे ही नहीं मेरे साथियों को काफी गुदगुदाया।
आने वाले वर्ष में भी यही कामना है कि आपकी कलम का पैनापन यूँ ही बना रहे।
आभारी हूँ।
आपकी इस ब्लॉग-प्रस्तुति को हिंदी ब्लॉगजगत की सर्वश्रेष्ठ कड़ियाँ (28 दिसंबर, 2013) में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,,सादर …. आभार।।
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दोनों की मजबूरी और मंज़ूरी
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