एक सिक्के के दो पहलू हैं।
आपका कार्टून बेहतरीन लगा .... मुझे अपने बचपन की याद आयी जब मैं अपने बड़े भाई 'अतुल' को उनका नाम लिखकर यही कहता था. अतुल आगे से .... ATULअतुल पीछे से .... JUTAजब भी वे मुझे चिढाते थे तो मैं उन्हें उनके नाम से ही छेड़ता था. एक कागज़ पर गाडा-गाडा पैन चलाकर कागज़ के पीछे देखें तो अतुल जी जूता हो जाते थे.
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एक सिक्के के दो पहलू हैं।
आपका कार्टून बेहतरीन लगा ....
मुझे अपने बचपन की याद आयी जब मैं अपने बड़े भाई 'अतुल' को उनका नाम लिखकर यही कहता था.
अतुल आगे से .... ATUL
अतुल पीछे से .... JUTA
जब भी वे मुझे चिढाते थे तो मैं उन्हें उनके नाम से ही छेड़ता था. एक कागज़ पर गाडा-गाडा पैन चलाकर कागज़ के पीछे देखें तो अतुल जी जूता हो जाते थे.
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