सुनने में आया है कि उन्हें किसी ने बताया कि सार्वजनिक तौर पर थप्पड़ मार कर भारत रत्न का उम्मीदवार बना जा सकता है. कांशी राम जी ने एक बार कुछ पत्रकारों की पिटाई कर दी थी. आज देखिये............
येक कार्टून जे बनाओ भईया कि गोविंदा शीशा देख रहे है और खुद ही को थप्पड़ मार रे ले हैं कह रहे हैं कि अबे बदमाश जीतने के बाद कभी ना गया तू अपने इलाके में। जाने किन्हे किन्हे पार्टनर बनाये घूमता फिर्रा है। शरम ना आती तुझे।
हमारे एक दोस्त से एक टिल्ल सी हीरोइन नें हाथ मिला लिया था तो वे दिन भर उस हाथ को दूसरे हाथ से थामे घूमते रहे जैसे कोई पदक मिल गया हो। थप्पड़ खाने वाले को भी अपना गाल वैसे ही ले कर घूमना चाहिये जब तक दाढ़ी न बढ़ जाये!
8 comments:
सही है..एक चाटे से नेता का क्या होगा जी.
गोविंदा अब अभिनेता नहीं रहे. नेता हो गए हैं.....
सुनने में आया है कि उन्हें किसी ने बताया कि सार्वजनिक तौर पर थप्पड़ मार कर भारत रत्न का उम्मीदवार बना जा सकता है. कांशी राम जी ने एक बार कुछ पत्रकारों की पिटाई कर दी थी. आज देखिये............
येक कार्टून जे बनाओ भईया कि गोविंदा शीशा देख रहे है और खुद ही को थप्पड़ मार रे ले हैं कह रहे हैं कि अबे बदमाश जीतने के बाद कभी ना गया तू अपने इलाके में। जाने किन्हे किन्हे पार्टनर बनाये घूमता फिर्रा है। शरम ना आती तुझे।
हमारे एक दोस्त से एक टिल्ल सी हीरोइन नें हाथ मिला लिया था तो वे दिन भर उस हाथ को दूसरे हाथ से थामे घूमते रहे जैसे कोई पदक मिल गया हो। थप्पड़ खाने वाले को भी अपना गाल वैसे ही ले कर घूमना चाहिये जब तक दाढ़ी न बढ़ जाये!
bahut sahi, jabardast, jehan neta logo me goliyan daagne bhi prakaran nahi chalta whan sirf thappar me.....jahir se baat hai naraj to honge na
आपकी शैली देवेन्द्र की याद दिलवाती है. अपनी अलग ताज़गी भी है!
नेताजी सही कहीन।
होली पे आपके कार्टून मजेदार लगे...........
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