कीर्तिश जी,जबरदस्त कार्टून है। अमरसिंह जैसे हमारे नेता हैं यह देश का दुर्भाग्य है। आपका कटाक्ष माकूल है और आज के दिन के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति..:) सच है राम आज होते तो उनपर ये महोदय एंक्वायरी करवा रहे होते। आतंकवाद के पोषकों को आपने आईना दिखाया है। आपकी विधा को नमन।***राजीव रंजन प्रसाद
बेहद बेहद जबर्दस्त और मारक
wah janab, sach bolne ki himmat aaj bhi rakhte hain kuchh buddhijeevi
बहुत खूब!!
satik,bahut khub:)
आज वाला कार्टून तो जबरदस्ततम!:D
चलो किसी को तो भरोसा है कि अमर सिंह उसे बचा सकता है।
कमाल का कार्टून है अमरसिंघ पर बिल्कुल सटीक | इस अमरसिंघ ने तो अमरसिंघ नाम ही डुबो दिया कहाँ ये अमरसिंघ और कहाँ वो नागौर वाले अमरसिंघ राठोड |
splendidyou hoave proved the skill of a great cartonist by creating satirical cartoon on amarsingh.seketch and contests are superb.manish upadhyayjounalist,Naiduniaindore
बेचारे रावण को क्या पता कि जहां जा रहा है वहां जान तो शायद बच जाएगी, पर लंका की सभा में आधी नहीं तो एक चौथाई सीटें तो गयी हाथ से।
बढ़िया है.विजयादशमी की शुभकामनाएं.
बहुत सुंदर कार्टून है. बेचारा दस सीटों वाला रावण ग़लतफ़हमी में अमर सिंह के पास जा रहा है. वह नहीं जानता कि अमर सिंह तो ख़ुद कलयुगी रावण है जो अपने फायदे के लिए इसे मरवा देगा.
धाँसू कार्टून है, बधाई!
अद्भुत..सुना है बातचीत भी हुई लेकिन रेट को लेकर झमेला हो गया. बेचारा रावण.....
सर जी आपके पाँव कहाँ है.........दिल ले गये आप!
हर युग में रावण और उसके भाई बन्धु होते ही हैं...
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17 comments:
कीर्तिश जी,
जबरदस्त कार्टून है। अमरसिंह जैसे हमारे नेता हैं यह देश का दुर्भाग्य है।
आपका कटाक्ष माकूल है और आज के दिन के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति..:)
सच है राम आज होते तो उनपर ये महोदय एंक्वायरी करवा रहे होते। आतंकवाद के पोषकों को आपने आईना दिखाया है।
आपकी विधा को नमन।
***राजीव रंजन प्रसाद
बेहद बेहद जबर्दस्त और मारक
wah janab, sach bolne ki himmat aaj bhi rakhte hain kuchh buddhijeevi
बहुत खूब!!
satik,bahut khub:)
आज वाला कार्टून तो जबरदस्ततम!:D
चलो किसी को तो भरोसा है कि अमर सिंह उसे बचा सकता है।
कमाल का कार्टून है अमरसिंघ पर बिल्कुल सटीक | इस अमरसिंघ ने तो अमरसिंघ नाम ही डुबो दिया कहाँ ये अमरसिंघ और कहाँ वो नागौर वाले अमरसिंघ राठोड |
splendid
you hoave proved the skill of a great cartonist by creating satirical cartoon on amarsingh.seketch and contests are superb.
manish upadhyay
jounalist,Naidunia
indore
बेचारे रावण को क्या पता कि जहां जा रहा है वहां जान तो शायद बच जाएगी, पर लंका की सभा में आधी नहीं तो एक चौथाई सीटें तो गयी हाथ से।
बढ़िया है.
विजयादशमी की शुभकामनाएं.
बहुत सुंदर कार्टून है.
बेचारा दस सीटों वाला रावण ग़लतफ़हमी में अमर सिंह के पास जा रहा है. वह नहीं जानता कि अमर सिंह तो ख़ुद कलयुगी रावण है जो अपने फायदे के लिए इसे मरवा देगा.
धाँसू कार्टून है, बधाई!
अद्भुत..
सुना है बातचीत भी हुई लेकिन रेट को लेकर झमेला हो गया. बेचारा रावण.....
सर जी आपके पाँव कहाँ है.........दिल ले गये आप!
हर युग में रावण और उसके भाई बन्धु होते ही हैं...
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