Thursday, November 19, 2009

कार्टून : दिल से भ्रष्ट ...दिमाग से भी भ्रष्ट


बामुलाहिजा >> Cartoon by Kirtish Bhatt

3 comments:

राजीव तनेजा said...

बढिया कटाक्ष

संजय बेंगाणी said...

ठीक है अगली बार हम भी देख लेंगे... :)

Bhavesh (भावेश ) said...

बहुत खूब. दरअसल, ये नेताजी अपने चमचे से सही ही कह रहे है क्योंकि "जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखि तिन तैसी"