कीर्तिश जी, भारतीय संविधान का मज़ाक पहले भी बना है, जब मिस्टर नटवरलाल को उसके धोखाधडी वाले जुर्मों की टोटल १२० साल से अधिक उम्रकैद की सजा मिली थी लेकिन जब-जब वह हाथ आया भागकर अपनी सजा में इजाफा ही करता रहा... लगभग पूरा जीवन जी चुका था लेकिन हमारा क़ानून उसे 150+ साल जीवित रखकर उसे पूरी सजा देने पर तुला रहा.
कुछ ऐसा ही अफजल के मामले में लगता है .... न जाने क्यों इन्हें पाला जा रहा है ? .... सच है मौत के विषय में अपराधियों के खयालात बदलने की वजह हमारा लचर क़ानून ही है.
कीर्तिश जी, भारतीय संविधान का मज़ाक पहले भी बना है, जब मिस्टर नटवरलाल को उसके धोखाधडी वाले जुर्मों की टोटल १२० साल से अधिक उम्रकैद की सजा मिली थी लेकिन जब-जब वह हाथ आया भागकर अपनी सजा में इजाफा ही करता रहा... लगभग पूरा जीवन जी चुका था लेकिन हमारा क़ानून उसे 150+ साल जीवित रखकर उसे पूरी सजा देने पर तुला रहा.
कुछ ऐसा ही अफजल के मामले में लगता है .... न जाने क्यों इन्हें पाला जा रहा है ? .... सच है मौत के विषय में अपराधियों के खयालात बदलने की वजह हमारा लचर क़ानून ही है.
6 comments:
Zindgi uparwale ke hath me hai par maut to sarkar ke hath me hai.
कीर्तिश जी,
भारतीय संविधान का मज़ाक पहले भी बना है, जब मिस्टर नटवरलाल को उसके धोखाधडी वाले जुर्मों की टोटल १२० साल से अधिक उम्रकैद की सजा मिली थी लेकिन जब-जब वह हाथ आया भागकर अपनी सजा में इजाफा ही करता रहा... लगभग पूरा जीवन जी चुका था लेकिन हमारा क़ानून उसे 150+ साल जीवित रखकर उसे पूरी सजा देने पर तुला रहा.
कुछ ऐसा ही अफजल के मामले में लगता है .... न जाने क्यों इन्हें पाला जा रहा है ? .... सच है मौत के विषय में अपराधियों के खयालात बदलने की वजह हमारा लचर क़ानून ही है.
कीर्तिश जी,
भारतीय संविधान का मज़ाक पहले भी बना है, जब मिस्टर नटवरलाल को उसके धोखाधडी वाले जुर्मों की टोटल १२० साल से अधिक उम्रकैद की सजा मिली थी लेकिन जब-जब वह हाथ आया भागकर अपनी सजा में इजाफा ही करता रहा... लगभग पूरा जीवन जी चुका था लेकिन हमारा क़ानून उसे 150+ साल जीवित रखकर उसे पूरी सजा देने पर तुला रहा.
कुछ ऐसा ही अफजल के मामले में लगता है .... न जाने क्यों इन्हें पाला जा रहा है ? .... सच है मौत के विषय में अपराधियों के खयालात बदलने की वजह हमारा लचर क़ानून ही है.
बड़े ही भाग्यशाली हैं श्रीमानजी।
वाह वाह वाह! सिर्फ अफजल के ही नहीं हमारे और आपके भी बदल रहे हैं.
अफजल बिल्कुल सही बात करता है... बस पहले चूक गया...
Post a Comment