हमरा-हुल्लड़ जात का , हम राहुल लड़ जात |मसला टूटी खाट का, खा के जूठा भात |खा के जूठा भात , रात खटिया पर जागा |माया को औकात, बताने खातिर भागा |भाग-दौड़ सब व्यर्थ, फेल पप्पू हो जाता |राहुल जी मजबूत, हृदय हमरा दहलाता ||
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हमरा-हुल्लड़ जात का , हम राहुल लड़ जात |
मसला टूटी खाट का, खा के जूठा भात |
खा के जूठा भात , रात खटिया पर जागा |
माया को औकात, बताने खातिर भागा |
भाग-दौड़ सब व्यर्थ, फेल पप्पू हो जाता |
राहुल जी मजबूत, हृदय हमरा दहलाता ||
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