सबसे घातक तो यही है..
लाठी हत्या कर चुकी, चुकी छुरे की धार |कट्टा-पिस्टल गन धरो, बम भी हैं बेकार |बम भी हैं बेकार, नया एक अस्त्र जोड़िये |सरेआम कर क़त्ल, देह निर्वस्त्र छोड़िए | नाबालिग ले ढूँढ़, होय बढ़िया कद-काठी |मरवा दे कुल साँप, नहीं टूटेगी लाठी ||
समसामयिक कानूनी विवशता पर बेहतरीन तंज .बचके रहना अपने घर में मैं अभी 18 का नहीं हुआ हूँ .
सही काम कर रहा है.
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6 comments:
सबसे घातक तो यही है..
लाठी हत्या कर चुकी, चुकी छुरे की धार |
कट्टा-पिस्टल गन धरो, बम भी हैं बेकार |
बम भी हैं बेकार, नया एक अस्त्र जोड़िये |
सरेआम कर क़त्ल, देह निर्वस्त्र छोड़िए |
नाबालिग ले ढूँढ़, होय बढ़िया कद-काठी |
मरवा दे कुल साँप, नहीं टूटेगी लाठी ||
समसामयिक कानूनी विवशता पर बेहतरीन तंज .बचके रहना अपने घर में मैं अभी 18 का नहीं हुआ हूँ .
समसामयिक कानूनी विवशता पर बेहतरीन तंज .बचके रहना अपने घर में मैं अभी 18 का नहीं हुआ हूँ .
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