बहुत बढ़िया. आप अपनी पोस्टों के शीर्षक भी इसी तरह दिया करें तो बेहतर होगा. आमतौर पर आज का कार्टून या सप्ताह का कार्टून जैसे शीर्षकों से उत्कंठा नहीं बढ़ पाती है.
kirtish bhai, aapka to pata hi aaj chala, saath hi ye bhi pata chala ki ye aapke banaye cartoon hain jo humne apne blog me post kiye thai. Bahut hi majedaar hai. Ab cartoonist ka pata chal gaya hai to aapka naam credit me laga diya jaayega. Ek baar phir bahut khoob, waise aapk cartoon ke corner me koi signature kyon nahi karte, pehchaan bani rehti hai.
तरुण भाई आपके प्रोत्साहन के लिए आभारी हूँ. रही बात सीग्नेचर की तो वह तो रोज़ रहता है, बस ये टाटा के कार्तूंस स्पेशल पेकेज के साथ आधे पेज में एक साथ छपे थे. जिस पर ख़बर के साथ लिखा गया था की हमारे कार्टूनिस्ट किर्तिश की नज़र में टाटा की कार. इस कारण से इनमे नाम नहीं लिखा गया था और जल्दबाजी में मैंने उन्ही फाइल को अपलोड कर दिया.
18 comments:
बहुत बढ़िया भाई आनंद आ गया बहुत मजेदार है
बहुत खूब सोचा आपने
अब ये दिन दूर नहीं। :)
गज़ब ! कमाल के कार्टून ....
वाह वाह बहुत ही मजेदार.
बहुत बढ़िया
वाकई शानदार!!
मान गए आपको!!
अद्भुत 'कार-टून'.....
अजीत भाई से पूछने पर शायद पता चले कि 'कार-टूनिष्ट' शब्द की उत्पत्ति के पीछे क्या कारण थे......:-)
बहुत बढ़िया. आप अपनी पोस्टों के शीर्षक भी इसी तरह दिया करें तो बेहतर होगा. आमतौर पर आज का कार्टून या सप्ताह का कार्टून जैसे शीर्षकों से उत्कंठा नहीं बढ़ पाती है.
बहुत लाजवाब हैं ये सभी कार-टून।
झक्कास।
वाह जनाब!...कार को भी आपने टून में बदल डाला ....
आने वाले समय को चेताते आपके लाजवाब कार-टूनज़ ....
मज़ा आ गया जी फुल्ल फुल्ल...
आज तो मुस्कुराहट के बजाय़ जोर से हंसी आ गई.. मजा आ गया।
मैं भी सोच रहा हूँ एकाद ले ही लूं.. अपनी साईकिल के बदले में।
जब इतनी सारी कार सड़क पर आ जायेगी तो सब कार टून्स हो जायेगे.
SABSE BADHIYA
1) "BHAGVAN KE NAM PER"
2) "TRAFFIC JAM ! NO PROBLEM"
3) "LATE AANE KA BAHANA"
BAKI SABHI ACHE HAIN
SHUAIB
http://shuaib.in/chittha
kirtish bhai, aapka to pata hi aaj chala, saath hi ye bhi pata chala ki ye aapke banaye cartoon hain jo humne apne blog me post kiye thai. Bahut hi majedaar hai. Ab cartoonist ka pata chal gaya hai to aapka naam credit me laga diya jaayega.
Ek baar phir bahut khoob, waise aapk cartoon ke corner me koi signature kyon nahi karte, pehchaan bani rehti hai.
तरुण भाई आपके प्रोत्साहन के लिए आभारी हूँ. रही बात सीग्नेचर की तो वह तो रोज़ रहता है, बस ये टाटा के कार्तूंस स्पेशल पेकेज के साथ आधे पेज में एक साथ छपे थे. जिस पर ख़बर के साथ लिखा गया था की हमारे कार्टूनिस्ट किर्तिश की नज़र में टाटा की कार. इस कारण से इनमे नाम नहीं लिखा गया था और जल्दबाजी में मैंने उन्ही फाइल को अपलोड कर दिया.
बहुत खूब जी ! हमने तो आज ही देखे
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