Cartoon by Kirtish Bhatt
बहुत खूब....
बहुत बढ़िया यही तो हर साल ये दुहराते है
जमाये रहिये।
इन दिनों बदलाव का उल्लेख होते ही मोहन राकेश का नाटक आषाढ़ का एक दिन बहुत याद आता है। उत्तम कार्टून है।
करारी चोट
सही कटाक्ष, बधाई.
हाहा ! बढ़िया !घुघूती बासूती
नेताजी भाषण नहीं भाषण की डेट बदल दें - आठ जुलाई रख दें। आखिर महिलायें तो हर दिन होती हैं।
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8 comments:
बहुत खूब....
बहुत बढ़िया यही तो हर साल ये दुहराते है
जमाये रहिये।
इन दिनों बदलाव का उल्लेख होते ही मोहन राकेश का नाटक आषाढ़ का एक दिन बहुत याद आता है। उत्तम कार्टून है।
करारी चोट
सही कटाक्ष, बधाई.
हाहा ! बढ़िया !
घुघूती बासूती
नेताजी भाषण नहीं भाषण की डेट बदल दें - आठ जुलाई रख दें। आखिर महिलायें तो हर दिन होती हैं।
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