कीर्तिश जी,तीखे और गहरे व्यंग्य हैं...***राजीव रंजन प्रसाद
कितना अच्छा तरीका। जब तक मंहगाई नापेंगे, तब तक अर्थव्यवस्था मन्दी से निकल कर उछाल में चली जायेगी। दिस इज मैनेजमेण्ट बाई मेजरमेण्ट! :)
किस महंगाई की बात कर रहे है जी, वो मर्सीडीज महंगी हो गई क्या ? बाकी सारा सामान तो सस्ता हुआ है किसी भी मंत्री से पूछ लो जी :)
मारक!!
महंगाई कार्टूनों में भीपहुंच चुकी हैमहंगाई का नाम भीबढ़ रहा हैपहले लंबाई हीबढ़ती थीअब महंगाईमोटी भी हुई जा रही हैउस पर भी नेताओं कीसंगत असर दिखला रही है.
नेताओं को महंगाई कब से सताने लगी? :)
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6 comments:
कीर्तिश जी,
तीखे और गहरे व्यंग्य हैं...
***राजीव रंजन प्रसाद
कितना अच्छा तरीका। जब तक मंहगाई नापेंगे, तब तक अर्थव्यवस्था मन्दी से निकल कर उछाल में चली जायेगी। दिस इज मैनेजमेण्ट बाई मेजरमेण्ट! :)
किस महंगाई की बात कर रहे है जी, वो मर्सीडीज महंगी हो गई क्या ?
बाकी सारा सामान तो सस्ता हुआ है किसी भी मंत्री से पूछ लो जी :)
मारक!!
महंगाई कार्टूनों में भी
पहुंच चुकी है
महंगाई का नाम भी
बढ़ रहा है
पहले लंबाई ही
बढ़ती थी
अब महंगाई
मोटी भी हुई जा रही है
उस पर भी नेताओं की
संगत असर दिखला
रही है.
नेताओं को महंगाई कब से सताने लगी? :)
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