हा हा हा बहुत करारा व्यंग्य है.
भाई वाह...कहाँ की साईकिल कहाँ जा के भिडाई है...ये होती है व्यग्कार की दृष्टि..नीरज
kya baat hai.. :)
कहाँ से कहाँ जोड़ दिया..बहुत खुब :)
बहुत बढ़िया। :Dघुघूती बासूती
क्या पैडल मारा है कीर्तिश जी
एक ही साइकल है क्या दोनो तरफ?
वाह कीर्तिश जी,सरकार और जनता दोनो ही अब सडक पर है...उस पर से मंहगाई...साईकिल से बेहतर क्या :)***राजीव रंजन प्रसाद
करारा व्यंग्य!!
shandaar kirtishji
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10 comments:
हा हा हा
बहुत करारा व्यंग्य है.
भाई वाह...कहाँ की साईकिल कहाँ जा के भिडाई है...ये होती है व्यग्कार की दृष्टि..
नीरज
kya baat hai.. :)
कहाँ से कहाँ जोड़ दिया..बहुत खुब :)
बहुत बढ़िया। :D
घुघूती बासूती
क्या पैडल मारा है कीर्तिश जी
एक ही साइकल है क्या दोनो तरफ?
वाह कीर्तिश जी,
सरकार और जनता दोनो ही अब सडक पर है...उस पर से मंहगाई...साईकिल से बेहतर क्या :)
***राजीव रंजन प्रसाद
करारा व्यंग्य!!
shandaar kirtishji
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