Tuesday, October 21, 2008

कार्टून : वो, उसका बाप और उसके बाप का बाप ............बाप रे बाप !

बामुलाहिजा
Cartoon by Kirtish Bhatt

6 comments:

ravindra vyas said...

अच्छा है, इसमें मजा है, ऐसे ही हर बार चुने जाते हैं, यही हमारी सजा है।

Anand Nirmal Jain said...

खानदानी धंधा है...

संपोले < सौंप < अजगर
दंश < विष < निगलना

संजय बेंगाणी said...

इतना और जोड़ दें, महिला उम्मिदवार चाहिए तो मेरी पत्नी भी है. :)

Gyan Dutt Pandey said...

देश का भविष्य चाहिये तो मेरे पोते का होने वाला बेटा चलेगा!

PD said...

बहुत बढिया कमेंट..

Smart Indian said...

बहुत खूब! बाबा नागार्जुन के शब्दों में - "गद्दी पर आजन्म वज्रासन"