कीर्तिश जी ! आपका दूसरा कार्टून अच्छा दौड़ा है. पहले वाले से में सहमत नही हूँ, बापू को कोई भी नही भूल सकता है, करारे नोटों पर जो छपते हैं.
"जागते रहो के जगह अब ये नारा होगा भागते रहो ऊऊऊऊऊऊऊ "Regards
पंगेबाज भीसही सेनंगा कररहे हैंनेता/देश को।नेताअभिनेताके ताजआज।
तिनों ही जानदार, शानदार, क्या शब्द नहीं मिल रहे...बस करारे से है.
bahut khub
सच में पहचाना सा है चेहरा।
bahut badia
Post a Comment
7 comments:
कीर्तिश जी ! आपका दूसरा कार्टून अच्छा दौड़ा है. पहले वाले से में सहमत नही हूँ, बापू को कोई भी नही भूल सकता है, करारे नोटों पर जो छपते हैं.
"जागते रहो के जगह अब ये नारा होगा भागते रहो ऊऊऊऊऊऊऊ "
Regards
पंगेबाज भी
सही से
नंगा कर
रहे हैं
नेता/देश को।
नेता
अभिनेता
के ताज
आज।
तिनों ही जानदार, शानदार, क्या शब्द नहीं मिल रहे...बस करारे से है.
bahut khub
सच में पहचाना सा है चेहरा।
bahut badia
Post a Comment