भाषा का सवाल सत्ता के साथ बदलता है.अंग्रेज़ी के साथ सत्ता की मौजूदगी हमेशा से रही है. उसे सुनाई ही अंग्रेज़ी पड़ती है और सत्ता चलाने के लिए उसे ज़रुरत भी अंग्रेज़ी की ही पड़ती है, हिंदी दिवस की शुभ कामनाएं
एक बार इसे जरुर पढ़े, आपको पसंद आएगा :- (प्यारी सीता, मैं यहाँ खुश हूँ, आशा है तू भी ठीक होगी .....) http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_14.html
4 comments:
बहुत बढ़िया प्रस्तुति .......
भाषा का सवाल सत्ता के साथ बदलता है.अंग्रेज़ी के साथ सत्ता की मौजूदगी हमेशा से रही है. उसे सुनाई ही अंग्रेज़ी पड़ती है और सत्ता चलाने के लिए उसे ज़रुरत भी अंग्रेज़ी की ही पड़ती है,
हिंदी दिवस की शुभ कामनाएं
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(प्यारी सीता, मैं यहाँ खुश हूँ, आशा है तू भी ठीक होगी .....)
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_14.html
नो सर, समथिंग लाइक.. अंग्रेजी में कोई प्रोग्राम ऑर्गेनाइज करवाईये हिन्दी पर.
बेहतरीन!!
सर, तीन चार क्यों? हर महीने एक हो जाए.
लगता है नेताओ को अब हिंदी पखवाड़े के नाम पर खाने के लिए अलग से बजट चाहिए.
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