बेचारे...
बिना पटरी में बैठे कैसे मिलेगा आरक्षण।
:-) :-) :-)आपको परिवार सहित होली की बहुत-बहुत मुबारकबाद... हार्दिक शुभकामनाएँ!
सटीक व्यंग्य!हप्पी होली!
होली में चेहरा हुआ, नीला, पीला-लाल।श्यामल-गोरे गाल भी, हो गये लालम-लाल।१।महके-चहके अंग हैं, उलझे-उलझे बाल।होली के त्यौहार पर, बहकी-बहकी चाल।२।हुलियारे करतें फिरें, चारों ओर धमाल।होली के इस दिवस पर, हो न कोई बबाल।३।कीचड़-कालिख छोड़कर, खेलो रंग-गुलाल।टेसू से महका हुआ, रंग बसन्ती डाल।४।--रंगों के पर्व होली की सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
पर कुछ को तो इलाहाबाद उच्चन्यायलय ने सही से जुतियाया है
बेहतरीन और सटीक
Post a Comment
7 comments:
बेचारे...
बिना पटरी में बैठे कैसे मिलेगा आरक्षण।
:-) :-) :-)
आपको परिवार सहित होली की बहुत-बहुत मुबारकबाद... हार्दिक शुभकामनाएँ!
सटीक व्यंग्य!
हप्पी होली!
होली में चेहरा हुआ, नीला, पीला-लाल।
श्यामल-गोरे गाल भी, हो गये लालम-लाल।१।
महके-चहके अंग हैं, उलझे-उलझे बाल।
होली के त्यौहार पर, बहकी-बहकी चाल।२।
हुलियारे करतें फिरें, चारों ओर धमाल।
होली के इस दिवस पर, हो न कोई बबाल।३।
कीचड़-कालिख छोड़कर, खेलो रंग-गुलाल।
टेसू से महका हुआ, रंग बसन्ती डाल।४।
--
रंगों के पर्व होली की सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
पर कुछ को तो इलाहाबाद उच्चन्यायलय ने सही से जुतियाया है
बेहतरीन और सटीक
Post a Comment