कमर कमानी सी लगे, हाथ लगे दो तीर |पैसठ सालों ने किया, इनको बहुत अधीर |इनको बहुत अधीर, चुरा राशन का पैसा |शिक्षा स्वास्थ्य चुराय, खाय वे बकरा भैंसा |इनको मिले न अन्न, सन्न ताकें छत गायब |बाकी लोग प्रसन्न, कहें जय जय हे साहब ||
सुख में समय शीघ्र ही निकल जाता है..
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2 comments:
कमर कमानी सी लगे, हाथ लगे दो तीर |
पैसठ सालों ने किया, इनको बहुत अधीर |
इनको बहुत अधीर, चुरा राशन का पैसा |
शिक्षा स्वास्थ्य चुराय, खाय वे बकरा भैंसा |
इनको मिले न अन्न, सन्न ताकें छत गायब |
बाकी लोग प्रसन्न, कहें जय जय हे साहब ||
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