Monday, December 24, 2018

चार साल और ये कमाल


चार साल हो गए...विदेश से काला धन आए और सारे काले धन वालों को फटी बनियान और पट्टे वाली चड्डी में घूमते हुए. चार साल हो गए...पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने आए. अब गोलीबारी और घुसपैठ तो दूर, वो रावलपिंडी में सुतली बम फोड़ने से पहले भी भारत से पूछता है.चार साल हो गए...राहुलजी पक्के हिन्दू हो गए और कांग्रेस उनका उतारा जनेऊ लेकर घूम रही है.
चार साल हो गए...गंगा साफ हुए और मिनरल वाटर वालों को सीधे गंगा से बोतलें भर-भरकर बेचते हुए.
चार साल हो गए...केजरीवाल को दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर CCTV कैमरे ठोकते हुए. इतने लगा दिए कि दीवारों पर ख़ुद केजरीवाल के पोस्टर टांगने की जगह ना बची.
चार साल हो गए...लोकपाल आए, अब कोई रिश्वत नहीं ले रहा. उल्टे सत्तर साल में जो रिश्वत दी थी, उसका रिफंड आने लगा है. चार साल हो गए...सिनेमा और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को संस्कारी हुए, हनी सिंह अब रोज़ चार बोतल दूध पीता है. (डिस्क्लेमर: ये सारी बातें काल्पनिक हैं और लिखने वाले को 26 मई को आए सपने में दिखी थी. इसका वास्तविक जीवन से कोई लेना-देना नहीं है.)

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